PI Industries Share Price: पीआई इंडस्ट्रीज के शेयरों में आज 14 नवंबर को भारी बिकवाली का दबाव देखने को मिला। शुरुआती कारोबार में शेयर 9 प्रतिशत तक गिरकर 4,045.85 रुपये के भाव पर आ गया। दरअसल कंपनी ने इंडस्ट्री के सामने मौजूद चुनौतियों के बीच वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान में तेज कटौती की है। इसी के बाद निवेशकों की ओर से आज बिकवाली देखी जा रही है।
PI इंडस्ट्रीज के शेयरों में 9% की भारी गिरावट, ग्रोथ अनुमान में कटौती ने निवेशकों को चौंकाया – pi industries shares price plunges 9 percent company revised its fy25 revenue guidance sharply lower
सुबह 10.45 बजे के करीब, PI इंडस्ट्रीज के शेयर एनएसई पर 5.48 फीसदी की गिरावट के साथ 4,202.45 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में करीब 20.81 फीसदी की तेजी आई है।
PI इंडस्ट्रीज एग्रोकेमिकल सेक्टर में कारोबार करती है। फिलहाल यह सेक्टर ग्लोबल लेवल पर चुनौतियों का सामना कर रहा है। इसे देखते हुए कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान में कटौती की है। कंपनी ने पहले अपने रेवेन्यू ग्रोथ के 15 फीसदी रहने का अनुमान जताया था, लेकिन अब उसने इसे बदलकर हाई सिंगल डिजिट में रहने का अनुमान जताया है।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि PI इंडस्ट्रीज ने मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान दूसरी बार अपने रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान में कटौती की है। कंपनी ने शुरू में वित्त वर्ष 2025 के लिए 18-20 प्रतिशत रेवेन्यू ग्रोथ का अनुमान लगाया था, जिसे पहले घटाकर 15 प्रतिशत कर दिया गया और फिर अब हाई-सिंगल डिजिट में कर दिया गया है।
कंपनी के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, मयंक सिंघल ने हमारे सहयोगी CNBC-TV18 को पिछली बातचीत में कहा कि, “ग्लोबल स्तर पर एग्रो केमिकल इंडस्ट्री के लिए बहुत ही कठिन परिस्थितियां रही हैं और ग्लोबल स्तर पर इसकी ग्रोथ नेगेटिव रही है। मेरा मानना है कि अगले साल तक ग्लोबल मार्केट्स में यह स्थिति बनी रहेगी। इसे देखते हुए हमने ग्रोथ अनुमान में बदलाव किया है।”
सितंबर तिमाही में, PI इंडस्ट्रीज का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 5.8 फीसदी बढ़कर 508.2 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 480.5 करोड़ रुपये रहा था। वहीं रेवेन्यू ग्रोथ सालाना आधार पर 5 फीसदी बढ़कर 2,221 करोड़ रुपये रही, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 2,116.9 करोड़ रुपये रही थी।