Earthstahl & Alloys IPO: कास्ट आयरन लम्प्स और डक्टल आयरन पाइप फिटिंग्स बनाने वाली दिग्गज एसएमई Earthstahl & Alloys का आईपीओ कल सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। 13 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 38-40 रुपये प्रति शेयर रखा गया है। इसके शेयरों की ग्रे मार्केट में अच्छी मांग दिख रही है। ग्रे मार्केट में Earthstahl के शेयर 16 रुपये की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर ट्रेड हो रहे हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर निवेश का फैसला लेना चाहिए।
Earthstahl & Alloys IPO: 27 जनवरी को खुलेगा आईपीओ, ग्रे मार्केट में दमदार रुझान, चेक करें इश्यू की पूरी डिटेल्स – sme ipo news Earthstahl and Alloys IPO opens on 27th jan check issue details grey market premium gmp
Earthstahl & Alloys IPO की डिटेल्स
Earthstahl का 12.96 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 27 जनवरी से 31 जनवरी के बीच खुला रहेगा। इस इश्यू के लिए 38-40 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड और 3000 शेयरों का प्राइस बैंड तय किया गया है। इश्यू का 30 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स, 35 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ के लिए रजिस्ट्रार बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड है। Earthstahl के इस आईपीओ के तहत 32.40 लाख इक्विटी शेयर जारी होंगे।
शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई वोल्टेज को 33 केवी से 132 केवी करने में, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने और इश्यू से जुड़े खर्चों को पूरा करने में किया जाएगा। आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 3 फरवरी 2023 को फाइनल होगा और लिस्टिंग बीएसई एसएमई पर 8 फरवरी 2023 को होगी। शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये है।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
Earthstahl कास्ट आयरन लम्प्स और डक्टल आयरन पाइप फिटिंग्स बनाती है। इसका मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट रायपुर के समीप डुलडुला गांव में स्थित है और करीब 4.73 हेक्टेयर में फैला हुआ है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसका मुनाफा लगातार बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2019-20 में इसे 33.49 लाख रुपये का नेट लॉस हुआ था। अगले वित्त वर्ष 2020-21 में यह बढ़कर 2.67 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2021-22 में 7.45 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान रेवेन्यू में उतार-चढ़ाव रहा। वित्त वर्ष 2019-20 में 31.82 करोड़ रुपये रेवेन्यू था जो वित्त वर्ष 2020-21 में घटकर 24.58 करोड़ रुपये रहा लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2021-22 में बढ़कर 49.08 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।