Daily Voice : ऑटो और बिल्डिंग मटेरियल शेयरों होगी कमाई, बैंकों के लिए नहीं है कोई खतरा

Daily Voice : ऑटो सेक्टर में मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और टीवीएस मोटर कंपनी जैसे भारतीय ब्रांडों निवेश के नजरिए से काफी अच्छे लग रहे हैं। लेकिन ऑटो एंसीलरी सेक्टर में विदेशी लेबल वाली कंपनियां ज्यादा अच्छी लग रही हैं। क्योंकि इन कंपनियों को भविष्य की तकनीक की हमसे बेहतर समझ है। बुनियादी ढांचे पर सरकार के लगातार फोकस और घरों की मजबूत मांग के साथ ही आगे हमें प्लास्टिक पाइप, पेंट, होम इंप्रूवमेंट, केबल और तार जैसे कारोबार से जुड़ी कंपनियों में जोरदार तेजी देखने को मिलेगी। ये बातें यस सिक्योरिटीज के अमर अंबानी ने मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में कही हैं।

मीडियम से लॉन्ग टर्म के नजरिए से भारतीय इक्विटी मार्केट काफी अच्छा

कैपिटल मार्केट का करीब 2 दशकों का अनुभव रखने वाले अमर अंबानी ने इस बातचीत में आगे कहा कि वे मीडियम से लॉन्ग टर्म के नजरिए से भारतीय इक्विटी मार्केट को लेकर बुलिश हैं। उनका मानना है कि महंगाई दर ऊंचे स्तर पर बनी रहती है तो भी बाजार में निवेश बनाए रखना कैश रखने की तुलना में ज्यादा फायदेमंद रहेगा।

ऑटो सेक्टर में होगी कमाई

क्या अगले कुछ सालों में ऑटो सेक्टर में मजबूत तेजी देखने को मिलेगी? इस सवाल का जवाब देते हुए अमर ने कहा कि हमने पिछले 2-3 सालों में पैसेंजर वाहन (पीवी) और कमर्शियल वाहन (सीवी) दोनों में सेगमेंट एक अच्छी तेजी देखी है। पीवी सेगमेंट में वित्त वर्ष 2023 में अब तक की सबसे ज्यादा वॉल्यूम दर्ज हुआ। लेकिन वित्त वर्ष 2024 में हमें इस सेगमेंट कुछ नरमी आने की संभावना है। जबकि वित्त वर्ष 2025 में इसमें सिक्लिकल मंदी देखने को मिल सकती है।

वहीं, कमर्शियल वाहन सेगमेंट में वित्त वर्ष 2024 में हाई सिंगल डिजिट ग्रोथ देखने को मिल सकती है। वहीं, वित्त वर्ष 2025 में केवल एक अच्छी तरह से कार्यान्वित की जाने वाली स्क्रैपेज नीति ही इस सेक्टर के ग्रोथ को बनाए रखने में मदद कर सकती है। अगर ऐसा नहीं होता तो इस सेक्टर में पक्के तौर पर मंदी देखने को मिलेगी।

टू-व्हीलर अकेला ऐसा सेगमेंट है जहां वॉल्यूम अभी तक पूर्व-कोविड स्तर पर वापस नहीं आया है। ऑटो इंडस्ट्री लंबे अर्से से व्यापक आधार वाली रिकवरी की प्रतीक्षा कर रही है। उम्मीद है कि अब ग्रामीण मांग में बढ़त देखने को मिलेगी। अमर ने इस बातचीत में आगे कहा कि ऑटो में उनको सबसे ज्यादा पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट पसंद है। उसके बाद कमर्शियल व्हीकल और टू-व्हीलर का नबंर आता है। ट्रैक्टर सेगमेंट उनकी वरीयता सूचि में आखिरी नबंर पर हैं। हालांकि आगामी इलेक्शन ट्रैक्टर सेगमेंट में कुछ जोश भर सकता है।

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बैंकों के लिए कोई खतरा नहीं

क्या आपको चालू वित्त वर्ष की बाकी बची अवधि में बैंकों के लिए कोई ख़तरा दिखता है? इस पर अमर अंबानी ने कहा कि इस समय बैंको के लिए कोई खास चिंता की वजह नहीं दिख रही है। बैंकों ने पर्याप्त प्रॉविजनिंग कर रखी है। इनके पास काफी अच्छी मात्रा में पूंजी है, इनकी असेट क्वालिटी में भी काफी सुधार हुआ है। अधिकांश बैंकों की बैलेंसशीट काफी मजबूत है। हालांकि अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम में कोई नकारात्मक घटना (जैसे रेटिंग एजेंसी द्वारा डाउनग्रेड करना) बैंकिंग स्टॉक की कीमतों पर कुछ दबाव पैदा कर सकता है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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