लीडिंग ग्लास मेकर और हाउसिंग सॉल्यूशन मुहैया कराने वाली कंपनी Saint-Gobain भारत में अगले चार-पांच साल में 8000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। कंपनी ने अपनी ग्रोथ टारगेट को हासिल करने के लिए यह निर्णय लिया है। कंपनी ने बताया कि इस फंड का इस्तेमाल कैपिटल एक्सपेंडिचर और अधिग्रहण के लिए किया जाएगा। कंपनी के हेड बी संथानम ने यह जानकारी दी है।
Saint-Gobain भारत में करेगी 8000 करोड़ रुपये का निवेश, FY24 में 10% ग्रोथ का है लक्ष्य
इन कंपनियों का किया अधिग्रहण
Saint-Gobain ने हाल ही में ‘स्टोन वूल’ बनाने वाली कंपनी रॉकवुल इंडिया (Rockwool India) और ‘ग्लास वूल’ बनाने वाली कंपनी ट्विगा (Twiga) का अधिग्रहण किया है। कंपनी अभी भी ग्रोथ जारी रखना चाहती है। फ्रेंच ग्लासमेकर की सब्सिडियरी कंपनी सेंट गोबेन इंडिया को भारतीय बाजार में वॉल्यूम के हिसाब से 10 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद है। कंपनी यहां मांग में तेजी देख रही है।
कंपनी को 8-10 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद
एशिया प्रशांत और भारत क्षेत्र में सेंट गोबेन के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) और सेंट गोबेन इंडिया के चेयरमैन संथानम ने बताया, “सेंट-गोबेन इंडिया ग्रोथ, मुनाफा और विस्तार के लिहाज से भारत में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। हमारे सभी बिजनेस अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन और इंडस्ट्रियल सॉल्यूशन शामिल हैं।”
उन्होंने कहा, “पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 2023-24 में हम 8-10 फीसदी की ग्रोथ दर्ज करेंगे।” उन्होंने कहा कि सेंट गोबेन के ग्लोबल मार्केट में मुनाफे के लिहाज से भारत तीसरा सबसे बड़ा देश है।
कैपिटल एक्सपेंडिचर पर खर्च होगा फंड का बड़ा हिस्सा
निवेश के बारे में संथानम ने कहा कि उसके अधिकांश बिजनेस क्षमता विस्तार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि 4-5 साल में हम लगभग 8000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे, जिसमें 90 फीसदी से अधिक कैपेक्स पर फोकस्ड होगा। जैसे-जैसे हमारा पैमाना बढ़ेगा, हम अपनी कैपेक्स की जरूरतों का पुनर्मूल्यांकन करेंगे।”