Dalal Street Week Ahead: गुजरे सप्ताह BSE का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 180.74 अंक या 0.27 प्रतिशत टूटा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 35.95 अंक या 0.18 प्रतिशत नीचे आया। निफ्टी पर निफ्टी रियल्टी 2.4 प्रतिशत और निफ्टी फार्मा 2.3 प्रतिशत की तेजी के साथ टॉप गेनर्स रहे। दूसरी ओर आईटी सेक्टर 3.5 प्रतिशत और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ टॉप लूजर रहे। गुजरे सप्ताह के दौरान निफ्टी मिडकैप 100 में 1 प्रतिशत और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 2.18 प्रतिशत की बढ़त देखी गई, जिससे व्यापक बाजार में तेजी बनी रही। आने वाले सप्ताह की बात करें तो बाजार सबसे पहले सितंबर की वाहन बिक्री के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देगा। हालांकि अक्टूबर माह हमेशा से बाजारों के लिए सकारात्मक रहा है और यह ट्रेंड जारी रहने की पूरी उम्मीद है। कौन से अहम फैक्टर्स नए सप्ताह में शेयर बाजार की चाल तय करेंगे, आइए डालते हैं एक नजर…
Dalal Street Week Ahead: RBI पॉलिसी मीटिंग और PMI आंकड़ों समेत इन अहम फैक्टर्स से तय होगी बाजार की चाल
RBI पॉलिसी मीट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक 4-6 अक्टूबर 2023 के बीच होने वाली है। 6 अक्टूबर को इस बैठक के नतीजों की घोषणा होगी। अनुमान जताए जा रहे हैं कि आरबीआई लगातार चौथी बार प्रमुख ब्याज दरों को जस का तस रख सकता है। इसके पीछे प्रमुख वजह खुदरा महंगाई का उच्च होना है। प्रमुख ब्याज दरों को तय करने में खुदरा महंगाई एक प्रमुख फैक्टर होता है। साथ ही अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने भी अपनी हालिया बैठक में दरों को अपरिवर्तित रखा है और संकेत दिया है कि आगे ब्याज दरें बढ़ाई जा सकती हैं। RBI ने फरवरी 2023 में रेपो रेट को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत किया था और तब से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।
मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के आंकड़े
सितंबर में देश में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां कैसी रहीं, इसके लिए भारत का मैन्युफैक्चरिंग PMI 3 अक्टूबर को जारी किया जाएगा। वहीं सर्विस सेक्टर की गतिविधियां मापने वाला सर्विसेज PMI 5 अक्टूबर को जारी होगा। अनुमान है कि दोनों ही सेक्टर्स की गतिविधियों में गिरावट दर्ज की जाएगी।
फेड स्पीक
हाल ही में सामने आया है कि अगस्त माह में अमेरिका में पर्सनल कंजंप्शन एक्सपेंडिचर्स (PCE) इंडेक्स मासिक आधार पर साल 2020 के बाद से सबसे कम रफ्तार से बढ़ा। महंगाई को आंकने के लिए यह फेडरल रिजर्व का प्रमुख मैट्रिक्स है। अब आने वाले सप्ताह में, फेड मेंबर्स कई कार्यक्रमों में भाग लेने वाले हैं। 2 अक्टूबर को, फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल और पैट्रिक हार्कर पेंसिल्वेनिया में बिजनेस ओनर्स के साथ एक राउंडटेबल टॉक में भाग लेंगे। फेड के विलियम्स और मेस्टर भी सोमवार को अलग-अलग ईवेंट्स में बोलेंगे। बुधवार को बोमैन एक बैंकिंग कॉन्फ्रेंस में बोलने वाले हैं। गुरुवार को मेस्टर, शिकागो पेमेंट्स इवेंट में बोलेंगे और डेली, इकनॉमिक क्लब ऑफ एनवाई में बोलेंगे। ऐसे में निवेशकों की नजर फेड मेंबर्स के बयानों पर भी रहेगी।
तेल की कीमतें
सप्ताह में ब्रेंट नवंबर वायदा लगभग 2.2 प्रतिशत बढ़कर 95.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। यह तीसरी तिमाही में 27 प्रतिशत बढ़ गया। यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई) सप्ताह में 1 प्रतिशत और तिमाही में 29 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कच्चे तेल की कीमत की गति अब 4 अक्टूबर को होने वाली ओपेक बैठक से तय होगी। हालांकि रूस और सऊदी अरब की ओर से आपूर्ति बढ़ाए जाने से थोड़ी राहत रह सकती है।
ग्लोबल इकनॉमिक डेटा पॉइंट्स
बीते सप्ताह में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुद्ध रूप से 8430.77 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने शुद्ध रूप से 8143.28 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। पूरे सितंबर महीने में एफआईआई ने शुद्ध रूप से 26,692.16 करोड़ रुपये की इक्विटी बेचीं, जबकि डीआईआई ने 20,312.65 करोड़ रुपये की शुद्ध इक्विटी खरीदीं। डॉलर सूचकांक में नरमी को देखते हुए एफआईआई की एक्टिविटीज पर नजर रखना अहम होगा। 29 सितंबर को डॉलर इंडेक्स 106 से नीचे आ गया। कमजोर डॉलर इंडेक्स आमतौर पर भारत जैसे उभरते बाजारों में विदेशी निवेशकों की ओर से निवेश बढ़ा देता है।
प्राइमरी मार्केट
आने वाले सप्ताह में प्लाजा वायर्स का आईपीओ 5 अक्टूबर को और वैलिएंट लेबोरेटरीज का आईपीओ 3 अक्टूबर को बंद हो जाएगा। जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर और ज्वैलरी रिटेलर वैभव ज्वैलर्स अपनी निर्धारित लिस्टिंग डेट से काफी पहले 3 अक्टूबर को शेयर बाजार में अपनी शुरुआत करने वाले हैं। अनुमान है कि वैलिएंट लेबोरेटरीज भी आगामी सप्ताह में ही लिस्ट हो जाएगी। एसएमई कंपनियों की बात करें तो कर्णिका इंडस्ट्रीज, प्लाडा इन्फोटेक सर्विसेज, शार्प चक्स एंड मशीन्स, विष्णुसूर्या प्रॉजेक्ट्स एंड इन्फ्रा, विवा ट्रेडकॉम, वनक्लिक लॉजिस्टिक्स इंडिया, कैनरीज ऑटोमेशंस, विन्यास इनोवेटिव टेक्नोलॉजीस, कोंटोर स्पेस और ई फैक्टर एक्सपीरियंसेज सहित कई आईपीओ इस सप्ताह बंद हो रहे हैं।
कॉर्पोरेट एक्शंस
आने वाले सप्ताह के प्रमुख कॉर्पोरेट एक्शंस इस तरह हैं-
टेक्निकल लेवल्स
निफ्टी ने 19,562 के 50-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (DEMA) से सपोर्ट लिया है। इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि डाउनसाइड पर 19,500 और अपरसाइड पर 19,800 का स्तर पर नजर रखी जानी चाहिए। सैमको सिक्योरिटीज के डेरिवेटिव्स एंड टेक्निकल एनालिस्ट अश्विन रमानी का कहना है कि दोनों तरफ एक निर्णायक ब्रेक, इंडेक्स के फ्यूचर डायरेक्शन के बारे में संकेत देगा। बैंक निफ्टी पर बुल्स ने 44,200 पर प्रमुख सपोर्ट लेवल को सफलतापूर्वक डिफेंड किया है। एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एंड डेरिवेटिव एनालिस्ट कुणाल शाह कहते हैं कि हालांकि, चुनौतियां बनी हुई हैं। इसकी वजह है कि 45,000 पर 20-डे मूविंग एवरेज (20DMA) एक मजबूत रेजिस्टेंस बना हुआ है। इंडेक्स एक सीमा के अंदर कंसोलिडेट होता दिख रहा है।
ऑप्शंस डेटा से पता चलता है कि निफ्टी50 पर 19,800 मार्क, हायर साइड के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। वहीं 19,600-19,500 के आगे की संभावित गिरावट के लिए महत्वपूर्ण बने रहने की संभावना है। वीकली ऑप्शंस फ्रंट पर मैक्सिमम कॉल ओपन इंटरेस्ट 19,800 स्ट्राइक पर देखा गया, उसके बाद यह 19,700 और 20,200 स्ट्राइक पर था। मीनिंगफुल कॉल राइटिंग 19,800 स्ट्राइक पर और फिर 20,200 और 20,100 स्ट्राइक पर देखी गई। मैक्सिमम पुट ओपन इंटरेस्ट 19,600 स्ट्राइक पर दिखाई दिया। इसके बाद 19,500 स्ट्राइक पर इसे देखा गया। पुट राइटिंग समान सीक्वेंस में समान स्ट्राइक पर देखी गई। स्ट्रॉन्ग पुट राइटिंग 19,500 और 19,600 स्ट्राइक पर देखी गई।
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