Wipro Shares: विप्रो के शेयर मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 1.5 प्रतिशत से अधिक गिर गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट इस सफाई के बाद आई है कि वह संजय जलोना (Sanjay Jalona) को हायर नहीं कर रही है। पिछले कुछ दिनों से संजय जलोना के कंपनी में शामिल होने की चर्चा जोरों पर थी। इसके चलते शुक्रवार 22 दिसंबर को आखिरी कारोबार में विप्रो के शेयर 7 प्रतिशत बढ़ गए थे। आज सुबह 9.33 बजे, विप्रो के शेयर एनएसई पर 455 रुपये पर कारोबार कर रहे थे, जो पिछले बंद से 1.6 प्रतिशत कम है।
Wipro Shares: विप्रो से नहीं जुड़ रहा IT इंडस्ट्री का यह दिग्गज, बयान से 1.5% तक टूटा शेयर
मामले से वाकिफ कम से कम 3 लोगों ने मनीकंट्रोल को बताया कि निवेशकों और एनालिस्ट के बीच इसे लेकर मजबूत अटकलें थीं कि विप्रो अपने ग्रोथ को रफ्तार देने और बदलाव के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए एलएंडटी इंफोटेक (L&T इंफोटेक) के पूर्व सीईओ संजय जलोना को सीनियर भूमिका में हायर करना चाहती है।
यह खबरें ऐसे समय में आई है, जब कंपनी के मौजूदा सीईओ थियरी डेलापोर्टे कंपनी की मध्यम ग्रोथ, गिरते मार्जिन और शीर्ष स्तर पर लोगों के ऑर्गनाइजेशन छोड़ने के चलते दबाव में हैं। डेलापोर्टे का कार्यकाल आधिकारिक तौर पर 2025 में समाप्त हो रहा है।
विप्रो ने संजय जलोना की हायरिंग अटकलों पर बयान जारी करते हुए कहा व “स्पष्ट रूप से ऐसी सभी अफवाहों का खंडन करता है।” वहीं जलोना ने मनीकंट्रोल को भेजे एक मैसेज में कहा कि उनके विप्रो में शामिल होने की चर्चा “सिर्फ अफवाहें” थीं।
जलोना का ट्रैक रिकॉर्ड
विभिन्न आईटी कंपनियों में करीब 30 साल बिताने के बाद जलोना ने जुलाई 2022 में प्राइवेट इक्विटी फर्म क्रिस कैपिटल को जॉइन किया। L&T इंफोटेक का सीईओ बनने से पहले उन्होंने इंफोसिस में विभिन्न पदों पर 15 साल बिताए। साल 1990-97 के बीच 7 सालों तक उन्होंने विप्रो में रिजनल मैनेजर के रूप में भी काम किया। LTI स्टॉक को कवर करने वाले एनालिस्ट जलोना को मिस्टर कंसिस्टेंट कहकर बुलाते थे क्योंकि कंपनी ने उनकी अगुआई में एक मजबूत कारोबारी प्रदर्शन देखा था। LTI माइंडट्री मर्जर को औपचारिक रूप दिए जाने के बाद वह बाहर चले गए, जिसके बाद देबाशीष चटर्जी कंपनी के नए सीईओ बने।